फ्लैट प्लेट कलेक्टर (FPC) क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं, जानिए

फ्लैट प्लेट कलेक्टर (FPC) क्या होते हैं, जानिए

सोलर एनर्जी का हार्नेस करने के लिए कई इक्विपमेंट विकसित किए गए हैं जिनका उपयोग कई लाभों को प्राप्त करने के लिए कई एप्लीकेशन में किया जा सकता है। ये सोलर एनर्जी से चलने वाले इक्विपमेंट पर्यावरण के अनुकूल ऑपरेशन को सक्षम करते हैं। ऐसा ही एक सोलर डिवाइस फ्लैट प्लेट कलेक्टर (FPC) है जो सोलर एनर्जी को थर्मल एनर्जी में कन्वर्ट करता है।

फ्लैट प्लेट कलेक्टर क्या होता है जानिए

फ्लैट प्लेट कलेक्टर (FPC) क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं, जानिए
Source: ResearchGate

फ्लैट प्लेट कलेक्टर (FPC) एक सोलर पैनल डिवाइस है जिसका उपयोग सोलर एनर्जी से थरमनल एनर्जी जनरेट करने के लिए किया जाता है। यह एक फ्लूइड है जो आमतौर पर पानी को गर्म करके ऑपरेट होता है जो कलेक्टर के माध्यम से बहता है। FPC सनलाइट को पकड़ता है और गर्मी को वर्किंग फ्लूइड में ट्रांसफर करता है। ये कलेक्टर 100°C तक का टेम्प्रेचर अचीव कर सकते हैं। फ्लैट प्लेट कलेक्टर अफोर्डेबल होते हैं और इनका उपयोग रेजिडेंशियल और कमर्शिय एप्लीकेशन में किया जा सकता है। इनका उपयोग आमतौर पर एक्टिव हीटिंग, स्पेस हीटिंग और वॉटर हीटिंग के लिए किया जाता है।

फ्लैट प्लेट कलेक्टर कैसे काम करता है जानिए

फ्लैट प्लेट कलेक्टर के ऑपरेशन में थर्मल एनर्जी का ट्रांसफर शामिल है।

FPC सनलाइट से हीट को कैप्चर करता है। ये सोलर रेडिएशन प्लेट से टकराता है, जिससे सोलर एनर्जी का कुछ भाग हीट में कन्वर्ट हो जाता है। यह सोलर कलेक्टर का टेम्प्रेचर बढ़ता है क्योंकि यह हीट को एब्सॉर्ब करता है। यह हीट तब कलेक्टर से होकर बहने वाले फ्लूइड (जैसे पानी) में ट्रांसफर हो जाती है। गर्म किया गया फ्लयूड तब हीट एक्सचेंजर्स के माध्यम से एनर्जी सिस्टम को हीट प्रदान कर सकता है। ऑप्टीमल परफॉरमेंस के लिए कलेक्टर को एनर्जी कंसम्पशन को कम करने के लिए लोवेस्ट टेम्प्रेचर पर काम करना चाहिए।

फ्लैट प्लेट कलेक्टर के प्रकार

Schematic-of-fpc
Source: ResearchGate

FPC को उनके ग्लेज़िंग और कॉन्फ़िगरेशन के आधार पर क्लासिफाइड किया जा सकता है:

  1. ग्लेज़्ड और अनग्लेज़्ड पैनल:

ग्लेज़्ड पैनल रेडिएशन लॉस को रोकने के लिए ग्लेज़िंग कवर के साथ इंसुलेटेड पैनल होते हैं। इनका उपयोग रेजिडेंशियल जल हीटिंग सिस्टम और अन्य प्रतिष्ठानों में किया जाता है। इनका ऑपरेटिंग टेम्प्रेचर 30°C से 60°C तक होता है।
अनग्लेज़्ड पैनल में ग्लेज़िंग कवर नहीं होता है जिससे ये सस्ते और कम दुर्बल होते हैं। इनका इस्तेमाल आम तौर पर स्विमिंग पूल हीटिंग सिस्टम में किया जाता है और ये 30°C से कम टेम्प्रेचर पर काम करते हैं।

  1. कॉन्फ़िगरेशन:
  • सीरीज़ एब्ज़ॉर्प्शन प्लेट: इसमें एक सिंगल कंटीन्यूअस सर्किट होता है जो कम फ्लूइड वॉल्यूम और हाई थर्मल एफिसिएंसी के साथ अच्छी परफॉरमेंस प्रदान करते है।
  • समानांतर एब्ज़ॉर्प्शन प्लेट: इसे हॉरिजॉन्टली या वर्टिकली इंस्टॉल किया जा सकता है जो कलेक्टर के अंदर एफिसिएंट हीट ट्रांसफर डिस्ट्रीब्यूशन और कलेक्शन प्रदान करता है।

फ्लैट प्लेट कलेक्टर के कॉम्पोनेन्ट

  1. एब्ज़ॉर्प्शन प्लेट: आमतौर पर तांबे से बनी यह प्लेट सोलर रेडिएशन को एब्सॉर्ब करती है और इसे थर्मल एनर्जी में कन्वर्ट करती है। इसमें फ्लूइड फ्लो के लिए ट्यूबों का एक ग्रिड होता है और हीट अब्सॉर्प्शन को बढ़ाने के लिए अक्सर गहरे रंग का होता है।
  2. ग्लेज़िंग कवर: 4 मिमी मोटी कांच की शीट जो कलेक्टर को एनवायर्नमेंटल कंडीशन से बचाती है और सोलर रेडिएशन को गुजरने देती है।
  3. इन्सुलेशन: ये पॉलीयुरेथेन या फाइबरग्लास जैसे मटेरियल से बना होता है और इन्सुलेशन कलेक्टर के पीछे और किनारों से हीट के नुकसान को कम करता है।
  4. ट्यूब: अब्सॉरबेर प्लेट के ाडणार ट्यूबों का एक ग्रिड फ्लूइड सर्कुलेशन की सुविधा देता है।
  5. हाउसिंग: वह फ्रेमवर्क जो सभी कॉम्पोनेन्ट को एक साथ रखता है और आमतौर पर कंडेनसेट ड्रेनेज के लिए हॉल के साथ एल्यूमीनियम प्रोफाइल से बना होता है।

साइज और एप्लीकेशन जानिए

FPC का साइज उसके इनटेंडेड उपयोग और आवश्यक टेम्प्रेचर पर निर्भर करता है। सामान्य आकारों में 4×6.5 फीट, 4×8 फीट और 4×10 फीट शामिल हैं। FPC पानी की वॉल्यूम को गर्म कर सकते हैं एक वर्ग फुट 60 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा टेम्प्रेचर पर प्रति दिन 10 लीटर पानी गर्म करने में सक्षम है। एक बार इंस्टॉल होने के बाद मेंटेनेंस कम होता है।

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