मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल में क्या अंतर है जानिए
आज की दुनिया में एनर्जी की ज़रूरतों को पूरा करने और बढ़ते बिजली बिलों को कम करने के लिए सोलर एनर्जी की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। इस बढ़ती डिमांड के साथ बाज़ार में कई तरह के सोलर पैनल सामने आए हैं। लेकिन कई लोगों को मुश्किल होती है समझने में कि कोनसा सोलर पैनल आपके लिए सबसे बेस्ट है। अगर आप सोलर पैनल लगाने पर विचार कर रहे हैं तो यह जानकारी होना ज़रूरी है। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे एक पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल और मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल में क्या अंतर है और कोनसा पैनल आपको चुनना चाहिए और कोनसा पैनल आपके सिस्टम के लिए सबसे बेस्ट है।
मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल में कौन सा पैनल बेहतर है?
मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन दोनों पैनल सूरज की रोशनी से बिजली बनाते हैं और घरों और व्यवसायों को बिजली देने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। सोलर पैनल की एफिशिएंसी, कॉस्ट और पावर जनरेशन कैपेसिटी उनके टाइप पर निर्भर करती है। आप अपने बजट के अनुसार दोनों पैनल में से कोई भी चुन सकते हैं।
पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल एवरेज व्यक्ति के लिए सबसे सस्ते और ज़्यादा सुलभ ऑप्शन ऑफर करते हैं। वहीँ मोनोक्रिस्टलाइन पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल की तुलना में ज़्यादा महंगे होते हैं हैं। पॉली पैनल ज़्यादा जगह लेते हैं और उनकी एफिशिएंसी कम होती है जबकि मोनो पैनल कम जगह लेते हैं और ज़्यादा एफ्फिसिएंट होते हैं यही वजह है कि मोनो पैनल पॉली पैनल से ज़्यादा लोकप्रिय हैं।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल भी सिलिकॉन क्रिस्टल से बने होते हैं, लेकिन मोनोक्रिस्टलाइन पैनल की तुलना में कम महंगे और कम एफ्फिसिएंट होते हैं। इन पैनलों की एवरेज एफिशिएंसी लगभग 15% से 17% के बीच होती हैं। यह पैनल ज्यादा किफायती जिससे वे आम जनता के लिए सुलभ हो जाते हैं।
यह अपने नीले रंग से पहचाने जा सकते हैं और इंस्टालेशन के लिए इन पैनलों को ज्यादा छत की जगह की आवश्यकता होती है। यह सोलर पैनल आम तौर पर 15 से 20 साल की वारंटी के साथ आते हैं। उनकी कम लागत के कारण, पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल बजट की कमी वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प माने जाते हैं।
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
ये पैनल हाई क्वालिटी वाले सिलिकॉन क्रिस्टल से बने होते हैं। प्रत्येक पैनल में जितने ज़्यादा सिलिकॉन सेल होते हैं उतनी ही ज़्यादा एनर्जी वह पैदा कर सकते है। मोनोक्रिस्टलाइन पैनल रेजिडेंशियल इंस्टॉलेशन के लिए सबसे ज़्यादा एफ्फिसिएंट होते हैं जो पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल से 15% से 20% ज़्यादा एफ्फिसिएंट होते हैं। यह पॉली पैनल की तुलना में वे ज़्यादा महंगे होते हैं।
यह पैनल अपने काले कलर से पहचाने जा सकते हैं और इन पर आम तौर पर 25 साल की वारंटी प्रोवाइड की जा सकती है। इन्हें कम जगह में लगाया जा सकता है जिससे ये काफ़ी बेहतर होते हैं। अगर आप अपने घर में सोलर पैनल लगाना चाहते हैं तो मोनोक्रिस्टलाइन पैनल एक बेहतरीन विकल्प हैं।
निष्कर्ष
मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के बीच चयन करते समय कई बातों का ध्यान रखना होता है। मोनोक्रिस्टलाइन पैनल ज्यादा एफ्फिसिएंट कुशल होते हैं और कम जगह पर भी आसानी से लगाए जा सकते है। पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल सस्ते होते हैं और बड़ी जगहों के लिए सूटेबल होते हैं। हाई एफिशिएंसी और लिमिटेड स्पेस के लिए मोनोक्रिस्टलाइन पैनल बेहतर होते हैं। बजट-फ्रेंडली और बड़े इंस्टॉलेशन के लिए पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल एक अच्छा ऑप्शन ऑफर हैं।
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